कबीर भक्ति काल के निर्गुण कवियों में अग्रगण्य थे उनकी पंचवेली भाषा की कबीर संतमत के प्रवर्तक और संत काव्य के सर्वश्रेष्ठ कवि थे समाज सुधारक हिंदी साहित्य में अपना विशिष्ट स्थान रखते थे इनकी रचनाएं बीजक नामक ग्रंथ में संकलित थे इसी बीच के तीन भाग है साक्षर और रहीम के काव्य की विशेषताएं जनता की एकता की स्वीकृति ईश्वर के समक्ष सब की समानता जाति प्रथा का विरोध धन-धन धर्मनिरपेक्षता सामाजिक उत्पीड़न और अंधविश्वासों का विरोध या इन की काव्यगत विशेषताएं हैं