यदि सूर्य, पृथ्वी और चंद्रमा के द्रव्यमान क्रमशः `M_(s),M_(e)`और `M_(m)` हो तथा पृथ्वी से सूर्य और चंद्रमा की दूरियाँ `r_(s)` और `r_(m)` हो, तो पृथ्वी पर सूर्य और चंद्रमा के गुरुत्वकर्षण बल क्रमशः
`F_(s)=G(m_(s)M_(e))/(r_(s)^(2))` और `F_(m)=G(M_(m)M_(e))/(r_(m)^(2))`होंगे
अतः `(F_(s))/(F_(m))=(r_(s)^(2))/(G(M_(m)M_(e))/(r_(m)^(2)))=(M_(s))/(M_(m))(r_(m)^(2))/(r_(s)^(2))=(M_(2))/(r_(s)^(2))((r_(m))/(r_(s)))^(2)`
दिया गया है कि `(M_(s))/(M_(m))=2.7xx10^(7)`तथा `(r_(s))/(r_(m))=390.`
`therefore(F_(s))/(F_(m))=(2.7xx10^(7))((1)/(390))^(2)=178.`
अतः पृथ्वी पर चंद्रमा की अपेक्षा सूर्य का गुरुत्वाकर्षण बल 178 गुना अधिक होगा|