प्रतिवि के ध्रुव (pole ) पर गुरुत्वीय त्वरण का मान `g_(p)` विष्वत वृत्त (equator ) पर गुरुत्वीय त्वरण के मान `g_(e)` से अधिक होता है। अतः उस कुछ द्रव्यमान के सोने का भार ध्रुव की अपेक्षा विषुवत वृत्त पर कम प्रतीत होगा। इसलिए, N सोने के भर से संतुष्ट नहीं होगा।