वह रासायनिक समीकरण जिसमे दोनों पक्षों ( अभिकारकों तथा उत्पादों ) में प्रत्येक तत्व के परमाणुओं की संख्या बराबर होती है तो वह संतुलित रासायनिक समीकरण कहलाती है ।
`2H_(2)+O_(2) to 2H_(2)O`
समीकरण को संतुलित करना आवश्यक है क्योकि द्रव्यमान के संरक्षण के नियम के अनुसार , किसी भी रासायनिक अभिक्रिया में न तो कोई परमाणु नष्ट होता है और न ही निर्माण । इस नियम के अनुसार दोनों और ( अभिकारकों तथा उत्पादों ) के द्रव्यमान समान होने चाहिए और वह तभी संभव है जब दोनों और तत्वों के परमाणुओं की संख्या समान हो ।