`BF _(3 )` में B - F बन्ध में `p pi - p pi ` पश्च बंधन (back bonding ) होती है क्योंकि अपूर्ण अष्टक वाला B परमाणु F परमाणु पर उपस्थित एकाकी इलेक्ट्रॉन युग्म को अंशिक ग्रहण कर पश्च आबन्ध बनाता है। इस कारण B - F बन्ध की लम्बाई छोटी (130 pm ) होती है। इसके विपरीत `BF _(4 )^(- )` में B -परमाणु का अष्टक पूर्ण होता है जिस कारण इसमें `p pi - p pi ` पश्च अबंध का बनना संभव नहीं है तथा इसमें बन्ध लम्बाई अधिक (140 pm ) होती है।