डोरी C में तनाव `=T +Mg।`अतः यदि बल धीरे - धीरे बढ़ाएंगे,तो डोरी C के तनाव में वृद्धि होगी क्योंकि उस पर तनाव T + Mg है जबकि डोरी D में उत्पन्न तनाव मात्र T ही है। दूसरी तरफ यदि बल झटके से (अर्थात `Delta t to 0`) से बढ़ाएंगे तो गुटके के जड़त्व के कारण यह बल डोरी C को स्थानांतरित नहीं हो पायेगा या दूसरे शब्दों में,गुटका जड़त्व के कारण विराम में ही रह जायेगा और डोरी D गति में होने के कारण गुटके से अलग हो जाएगी।