`BF_(3)` अणु में `p pi-p pi` back bonding के कारण B-F बन्ध में कुछ द्विआबन्ध के गुण आ जाते है। ये `B-F` आबन्ध की लम्बाई को कम कर देते है। `BF_(4)^(-)` में B-F बन्ध एक शुद्ध एकल आबन्ध होता है और इसकी आबन्ध लम्बाई अधिक होती है। इसी कारण `BF_(3)` में `B-F` आबन्ध लम्बाई `BF_(4)^(-)` से कम होती है।