ऑक्सीजन (O ) की द्वितीय इलेक्ट्रान लब्धि एन्थेलपी धनात्मक होती है । उदासीन ऑक्सीजन परमाणु में प्रथम इलेक्ट्रान के जुड़ने पर ऊर्जा का निष्कासन होता है तथा प्रथम इलेक्ट्रान लब्धि एन्थेलपी ऋणात्मक होती है ।
`O(g) + e^(-) to O^(-)(g), Delta_(eg)H` = -141.0 KJ
और अधिक इलेक्ट्रान के जुड़ने के लिए ऊर्जा का अवशोषण आवश्यक है ।
`O^(-)(g) + e^(-) to O^(2-)(g), Delta_(eg)H` =+780.0 KJ
इसका कारण यह है कि ऋण आवेशित `O^-` आयन तथा आने वाले इलेक्ट्रान के बीच प्रबल विधुत स्थैतिक प्रतिकर्षण होता है । इस स्थिति में इलेक्ट्रान को जोड़ने के लिए ऊर्जा क अवशोषण आवश्यक है, जो विधुत स्थैतिक प्रतिकर्षण पर विजय प्राप्त करता है । इसी कारण से ऑक्सीजन कि द्वितीय इलेक्ट्रान लब्धि एन्थेलपी धनात्मक होती है ।