(i) HF का संयुग्मी क्षारक `F^(-)` है ।
यह जल से निम्न प्रकार से अभिक्रिया करेगा-
`F^(-)+H_(2)OhArr HF+OH^(-)`
स्पष्ट है की यह HFके एक प्रबल क्षारक के साथ बने लवण के जल-अपघटन की समीकरण है । अतः ltbgt `K_(F^(-))=K_(h)=(K_(w))/(K_(a))=(1.0xx10^(-14))/(6.0xx10^(-4))=1.5xx10^(-11)`
(ii) इसी प्रकार HCOOH के लिए
`K_(COO)^(-)=K_(h)=(K_(w))/(K_(a))=(1.0xx10^(-14))/(1.8xx10^(-4))=5.6xxx10^(-11)`
(iii) HCN के लिए,
`K_(CN^(-))=K_(h)=(K_(w))/(K_(a))=(1.0xx10^(-14))/(4.8xx10^(-9))=2.1xx10^(-6)`