द्रव के स्थायी प्रवाह हेतु सतता समीकरण के अनुसार, अतुप्रस्थ पच्छिद का क्षेत्रफल तथा उसके संगत द्रव के वेग के गुणनफल में प्रत्येक बिन्दु पर नियत रहता है। `A_1 v_1 = A_2 v_2` जब हम जल टोटी को अपनी उँगलियों द्वारा बन्द करने का प्रयास करते हैं, तब उँगलियों के बीच की खाली जगह से तीव्र जल धाराएं फूट निकलती हैं, क्योंकि उँगलियों द्वारा ढकने पर प्रवाह क्षेत्र घटता है। तथा जल के प्रवाह का वेग तीव्र हो जाता है।