`SrCl_(2)` द्वारा डोपिंग में प्रत्येक `Sr^(2+)` से `2Na^(+)` प्रतिस्थापित हो जाते हैं । किन्तु `Sr^(2+)` केवल एक बिंदु ग्रहण कर सकता है अत: एक धनायन रिक्त स्थापन उतपन्न हो जाता है ।
अत: 100 मोल में `10^(-3)` मोल `SrCl_(2)` से doping में उतपन्न रिक्तियाँ `= 10^(-3)`
`therefore` डोपिंग के पश्चात 100 मोल NaCl में धनायन रिक्तियाँ `= 10^(-3)`
`therefore` 1 मोल NaCl धनायन रिक्तियाँ `= (10^(-3))/(100) = 10^(-5)`
`therefore` कुल धनायन रिक्तियाँ `= 10^(-5) xx` ऐवोगेड्रो संख्या `= 6.02 xx 10^(18)`