L लबाई की एक एकसमान छड़ के दानों किनारों पर 1 द्रव्यमान की गेंद लगी है। यह छड़ अपने मध्यबिंदु से जाते लंबवत अक्ष के परित स्वतंत्र रूप से घूम सकती है। यह अक्ष क्षैतिज अवरथा में रहता है। प्रारंभ में निकाय को क्षैतिज अवस्था में रखा गया है। गैंद B पर h ऊँचाई से समान द्रव्यमान n का एक कण P गिराया जाता है। कण गेंद B से टकराकर चिपक जाता है
(a) टक्कर के तुरंत बाद निकाय का कोणीय संवेग तथा कोणीय चाल ज्ञात करें।
(b) h का न्यूनतम मान कितना होना चाहिए ताकि टक्कर के बाद निकाय एक पूरा चक्कर लगा पाए