पिंड के कैद की मूलबिंदु तथा दिए गए व्यास को अक्ष माने (चित्र 21.W10)। मान ले कि ककमा समय वसतु स्थान x पर है। आप जानते है कि एकसमान घनत्व वाले गोले के कारण उसके अंदर केंद्र से x दूरी पर गुरुत्वीय क्षेत्र का परिमाण `(Gmx)/a^3` होता है
तथा यह केंद्र की ओर होता है यदि वस्तुय का द्रव्यमान m हो तो इसपर लगता बल `F=-(GMmx)/a^3` होगा ऋण चिन्ह बताता है की बल केंद्र से वस्तु के विस्थापन विपरीत है
चूँकि बल विस्थापन के समानुपाती तथा उसकी विपरीत दिशा में है वस्तु की गति सरल आवर्त गति होगी यहाँ बल नियतांक `K=-(GMm)/a^3`
अतः आवर्तकाल
`T=2pisqrt(m/k)=2pisqrt(a^3/(GM))`