प्रश्न में दी गई परिस्थिति चित्र 34 W6 में दिखाई गई है। पहले अपवर्तन के कारण `O` का प्रतिबिंब `O_(1)` पर बनता है। इस अपवर्तन के लिए, वास्तविक गहराई `AO=x` तथा आभासी गहराई `AO_(1)` है। इस अपवर्तन के लिए पहला माध्यम हवा है तथा दूसरा प्लेट ।
अतः `(x)/(AO_(1))=(1)/(m)` या `AO_(1)= nx`
पहली सतह से अपरिवर्तित किरणे दूसरी सतह पर आपतित होती है। अतः दूसरी सतह पर पड़नेवाली ये आपतित किरणे `O_(1)` पर कटती है। अथार्त, दूसरी सतह पर अपवर्तन के लिए `O_(1)` स्रोत है। यदि `O_(1)` का प्रतिबिंब I पर बने, तो
`(BO_(1))/(BI)=(n)/(1)`
या `(AB +AO_(1))/(BI)=n`
या `(t+nx)/(BI)=n`
या `BI=x+(t)/(n)`
अतः स्त्रोत `O` की स्थिति में आभासी परिवर्तन,
`OI=OB-BI=(x+t)-(x+(1)/(n))=t(1-(1)/(n))`
यह आभासी परिवर्तन `x` से स्वतंत्र है।