ये story है एक गांव की जहां पे एक गोलू नाम का एक दूध वाला रहता था। उसकी एक बीवी थी गोलू के पास एक गाय था जिससे उसका घर चलता था वो रोज दूसरे गांव जाके milk बेचता था। उसकी पत्नी हमेशा उससे मंहगे मंहगे समान मांगते थे। उस बेचारे के पास उतने पैसे नहीं होने के कारण वो उसकी मांग को पूरी नहीं कर पाता था जिससे वो हमेशा उसपे गुस्सा उतरती थी। वो हमेशा उसको ताना देते थे कि देखो उसके पति उसको ये देता है मंहगे मंहगे जेवर लेकिन तुम मेरे लिए कुछ नहीं करते।
वो बेचारा ये सुनते ही उदास होगया और सोचने लगा क्या करू इसके लिए कैसे इसके मनपसंद समान लेके दूं।
अगले दिन वो फिर से पास के गांव दूध बेचने जाता है ।और रोज की तरह वो वापस आता है उसकी पत्नी फिर से रोज की सवाल आज ज्यादा पैसे हुए की नहीं। वो बेचारा फिर नीरस होजाता है। उसकी पत्नी उससे कहती है रामू काका अपने दूध मै पानी मिला के बेचते है देखो उनको वो आज कैसे खुश है और एक हम है। वो अपनी पत्नी को मना के देता है बोलता है ये में नहीं करेगा कभी।
अगले सुबह वो फिर जब पास के गांव में दूध देने जाता है। तो एक नदी किनारे बैठ के थोड़ा आराम करता है। और सोचने लगता है क्या करू कैसे खुश रखे हम उसको और फिर उसके में में पानी मिलान वाला बात आता है। ढेर सारा धन उसके पास आता है जब वो दूध बेचकर वापस घर की और आता है तो रास्ते में उस नदी के पास थोड़े देर आराम करता हैं। आराम करते अचानक से नींद आजाता है तभी पास वाले पेड़ पे 2 बन्दर उसके पास आते है और उसके पैसे से भरे बैग को लेके पेड़ पे चढ़ जाते है। उसकी नींद जैसेही खुलती है वो अपने पैसे कि बैग को देखता है लेकिन बैग व्हा नहीं होता वो इधर उधर देखने लगा तभी उसकी नज़र बन्दर पे पड़ी।
वो बन्दर को देखे के सोच अगर में इसको पत्थर फेकू तो वो मेरे पैसे ही बैग को फेक देगा वो जैसे ही पत्थर को फेक्ता है। बन्दर उसकी बैग को पानी में फेक देता है। वो रोने लगता है तभी वहा एक भगवान आते है और उससे कहते है उठो बेटा तुमने जरूर कोई गलती किए होगे जिससे तुम्हे ये परेशानी हुए है।
वो बोला हैं मैंने दूध मै पानी मिला के बेचा था क्युकी मेरे पत्नी मुझे रोज ताने देते थी। इसलिए मुझे ऐसा करना पड़ा। मुझे माफ़ करे आगे से ऐसा नहीं करुगा मैंने जिसके साथ पैसे कि लालच मै ऐसाकिया उन सबसे माफी मंगुगा। और वो अपने घर आके सारे बात अपनी बीवी से बताता है उसकी बीवी को भी इस बात का पछतावा होता है और वो शर्मिंदा होते है। और अगले सुबह वो जिन लोगो को पानी वाला दूध दिए थे उन्सब से माफी मागा।
बच्चोstory of greedy milkman इस moral stories in hindi से यही सीख मिली कि हमें कभी भी लालच में आके कुछ ऐसा न करे जिससे लोगों को नुक्सान हो इसलिए हमे कभी लालच नहीं करना चाहिए। और वो नदी का पानी यूज दूध में मिला देता है और गांव की ओर चला जाता है। और सारे दूध को बेच देता है उसके पास बहुत सारे पैसे हाेजाते है। आते वक़्त वो अपने पत्नी के लिए अच्छे अच्छे सारी खरीद के लेके आता है। उसकी बीवी बहुत खुश होती है ये देख के गोलू दूध वाला भी बहुत खुश होता है अगले दिन वो फिर से दूध मै पानी मिला देता है।