Correct Answer - Option 1 : अपनी पसन्द का आकार दे सकते हैं |
उपरोक्त विकल्पों के अनुसार विकल्प 1 सटीक उत्तर है l अन्य विकल्प असंगत है l
प्रस्तुत गद्यांश के अनुसार लोहे के उदाहरण के माध्यम से कवि ने सही समय पर कार्य करने की उपयोगिता को बताया है यदि हम कोई भी कार्य उचित समय पर कर लेते है तो उससे न सिर्फ हमे बल्कि समाज के कल्याण के लिए भी हितकर होता है
यदि हम कोई भी कार्य सही समय पर नहीं करते है तो वह कार्य हमे अरुचिकर लगने लगता है l यह बात प्रायोगिक और सार्थक है l "सत्य कहावत है कि बीता हुआ समय और बोले हुए शब्द कभी वापस नही आ सकते। हमें किसी भी काम को कल पर नही टालना चाहिए क्योंकि आज का कल पर और कल का काम परसों पर टालने से काम अधिक हो जायेगा। बासी काम, बासी भोजन की तरह अरुचिकर हो जायेगा। अतः हमारे महान संतो तथा विचारको ने भी समय कि मत्तता को अपने विचारों में व्यक्त किया है जैसे :
"काल करे सो आज कर आज कर सो अब l
पल में प्रलय होयगी तो बहुरि करोगे कब l l "
अर्थात जिस कार्य को करना है उसे सही समय पर कर लेना चाहिए वर्ना पछतावे के आलावा कुछ भी हाथ नहीं आता है l समय का सही प्रयोग ही सफलता की कुंजी है l