Correct Answer - Option 1 : राम
अनुक्त कर्ता (अर्थात् कर्मवाच्य और भाववाच्य का कर्ता) और करण कारक मे तृतीय विभक्ति होती हैI
सूत्र = 'कर्तृकरणयोस्तृतीय'
करण कारक = क्रिया की सिद्धि मे जो सहायक होता है, उसे करण कहते है अर्थात् कर्ता जिसकी सहायता से अपना काम पूरा करता है, उसे करण कारक कहते हैI
उदाहरण = “रामेण बाणेन हतो बाली"
- राम अनुक्त कर्ता होने के कारण राम मे तृतीय विभक्ति लगेगीI तृतीय विभक्ति होने से 'रामेण' शब्द बनेगाI
- कर्ता (राम) बाण की सहायता से अपना काम पूरा करता हैI
- करण कारक होने से बाण मे तृतीय विभक्ति लगेगी, जिससे 'बाणेन' शब्द बनेगाI