चेन्नाइ,
दि. x x x x x
प्रिय मित्र,
मैं यहाँ कुशल हूँ आशा करता हूँ कि तुम भी वहाँ कुशल हो। अगले हफ़ते से हमारी पोंगल की छुट्टियाँ शुरू हो जायेंगीं। मैं इस पत्र के द्वारा मुख्य रूप से तुम्हे आमंत्रित कर रहा हूँ। हमारे नगर में पोंगल का उत्सव बडे धूमधाम से मनाया जायेगा। यहाँ विशेष मेला और सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन होगा। यहीं नहीं हमारे नगर में देखने लायक स्थान अनेक हैं। इसलिए तुम ज़रूर आना।
तुम्हारे माँ – बाप से मेरे प्रणाम कहो । तुम्हारे भाई को मेरा आशीर्वाद कहना । तेरे आगमन की प्रतीक्षा करता हूँ।
तुम्हारा प्रिय मित्र,
नं. x x x x x
पता :
आर. सुरेश कुमार,
नौवीं कक्षा ‘डी’.
नलन्दा विद्यालय,
एन. आर. पेटा,
गूडूरु।