गुडिवाडा,
दि. x x x x x
पूज्य पिताजी,
सादर प्रणाम,
मैं यहाँ कुशल हूँ। आशा करता हूँ कि आप भी वहाँ सकुशल है। मैं यहाँ अच्छी तरह पढ़ रहा हूँ।
हाँ, पिताजी, हमारी पाठशाला के आठवीं कक्षा के सारे छात्र विहार यात्रा पर जाने वाले हैं। आप कृपया मुझे भी जाने की अनुमति देते हुए इस के लिए ₹ 500/- भेजने की प्रार्थना कर रहा हूँ।
माता जी को मेरा नमस्कार,
धन्यवाद सहित,
आपका
आज्ञाकारी पुत्र,
पी. बसवन्ना,
गुडिवाडा।
पता :
पी. रमणय्या
घर – 20 – 15 – 10,
तिरुपतम्मा मंदिर वीधि,
इंचपेट, विजयवाडा।