विजयवाडा,
दि. x x x x x
प्यारे मित्र हरीश,
मैं यहाँ कुशल हूँ। आशा करता हूँ कि तुम भी वहाँ सकुशल हो।
कल हमारी पाठशाला में बालदिवस अच्छी तरह मनाया गया है। सुबह दस बजे को प्रधानाध्यापक जी ने बालदिवस सभा को आरंभ किया। प्रधानाधापक के साथ अन्य अध्यापक गण भी बालदिवस के बारे में भाषण दिये। हमारी पाठशाला को रंग-बिरंगे कागजों से और दीपों से खूब सजाया गया।
कई प्रतियोगिताएँ चलायी गयी। इन में प्रथम और द्वितीय स्थान पाये विद्यार्थियों को प्रधानाध्यापक जी ने इनाम दिये। नेहरू जी के जन्म दिवस के उपलक्ष्य में हर साल बालदिवस मनाया जाता है। सभा के अंत होने के बाद हमें मिठाइयाँ बाँटा गया।
मैं आशा करता हूँ कि तुम्हारी पाठशाला में भी बालदिवस अच्छी तरह मनाया गया है।
बडों को मेरा नमस्कार
तुम्हारा प्यारे मित्र,
जगदीश,
विजयवाडा।
पता :
जी. हरीश,
पिताः जी. गिरीश
घर – 50 – 10- 70,
आंध्रा बैंध वीधि, गुरजाला।