सेवा में,
श्रीमान जिलाधिकारी महोदय,
मेरठ।
विषय-सूखा पीड़ित राहत योजना’ के अन्तर्गत भुगतान में की जा रही अनियमितता
मान्यवर,
मैं आपका ध्यान अपने गाँव चौबला में ‘सूखा पीड़ित राहत योजना के अन्तर्गत किसानों को भुगतान में की जा रही अनियमितताओं की ओर आकर्षित कराना चाहता हूँ। फसली वर्ष 2014-15 में पर्याप्त बारिश न होने तथा नहर द्वारा समय पर पानी न उपलब्ध हो पाने के कारण गाँव की करीब अस्सी फीसदी फसल सूखे की चपेट में आ गई थी। कुछ किसानों की तो सौ फीसदी फसल नष्ट हो गई थी। सूखे की चपेट में आने के कारण किसानों के सामने आर्थिक संकट उत्पन्न हो गया था। हालाँकि, राज्य सरकार द्वारा समय रहते शुरू की गई ‘सूखा पीड़ित राहत योजना’ ने किसानों को एक नई आशा की किरण दिखाई और मायूस चेहरों पर मुस्कान लाने का कार्य किया, परन्तु यह मुस्कान खिलने से पहले ही मुरझाने लगी। किसानों को इस योजना के नाम पर जो धनराशि चैक प्रदान किए गए वो अधिकांश किसानों का मजाक उड़ा रहे हैं। धनराशि के वितरण में बड़े स्तर पर अनियमितता बरती गई। उदाहरणार्थ, एक किसान जिसकी बीस बीघा फसल पूर्ण रूप से सूखे की चपेट में आ गई, उसे मात्र ₹5,000/- को चैक प्रदान किया गया, वहीं दूसरे किसान, जिसकी मात्र पाँच बीघा फसल बरबाद हुई, को ₹7,000/- का चैक मिला। बड़े स्तर पर पहुँच रखने वाले कुछ बड़े किसानों ने अधिकारियों के साथ साँठगाँठ कर इस पूरे खेल को अंजाम दिया है। इन लोगों ने अधिकारियों को स्वेच्छानुसार आँकड़े उपलब्ध कराए और अधिकारीगण भी बिना निरीक्षण किए ही नाममात्र की कागजी खानापूर्ति कर चले गए।
अतः आपसे अनुरोध है कि इस मामले को अपने संज्ञान में लेकर यथासमय उचित कार्यवाही करें ताकि पीड़ित किसानों को उनका वाजिब मुआवजा मिल सके और वे अपना जीवन सुचारू रूप से यापन कर सकें।
धन्यवाद सहित।
दिनांक ……………..
भावदीय
मनोज चौधरी
गाँव : चौबला