18वीं सदी के अन्तिम दौर में ऑस्ट्रेलिया में मूल निवासियों के समुदाय 350 से 750 के बीच थे। प्रत्येक समुदाय की अपनी भाषा थी। देशी लोगों का एक विशाल समूह उत्तर में रहता था। यह क्षेत्र टॉरस स्ट्रेट आइलैण्ड कहलाता है। ये लोग ऑस्ट्रेलिया की वर्तमान जनसंख्या का 2.4 प्रतिशत हैं।

ऑस्ट्रेलिया की जनसंख्या बहुत विरल है। आज भी यहाँ के अधिकांश नगर समुद्र तट के साथ-साथ बसे हैं, क्योंकि ऑस्ट्रेलिया के बीच का क्षेत्र शुष्क मरुभूमि है। ऑस्ट्रेलिया में यूरोप आबादकारों, मूल निवासियों और जमीन के बीच आपसी रिश्ते का किस्सा, अमेरिका के किस्से से मिलता-जुलता है, हालाँकि इसका प्रारम्भ 300 वर्षों के बाद हुआ था। मूल निवासियों के साथ हुई भेंट को लेकर कैप्टन कुक और उसके साथियों की प्रारम्भिक रिपोर्ट अत्यन्त उत्साहपूर्ण है और उसमें मूल निवासियों के मित्रवत् व्यवहार का उल्लेख है। लेकिन जब एक मूल निवासी ने कुक की हत्या कर दी यह घटना हवाई में हुई, ऑस्ट्रेलिया में नहीं-तब ब्रिटिशों का व्यवहार पूर्णतः परिवर्तित हो गया। इस कारण इतिहास की पुस्तकों में ऑस्ट्रेलिया के मूल निवासियों को स्थान नहीं दिया गया।