संसदात्मक शासन-व्यवस्था में कार्यपालिको (मंत्रिपरिषद्) अपने समस्त कार्यों एवं प्रशासनिक उत्तरदायित्वों के लिए प्रत्यक्ष रूप से विधानसभा के प्रति उत्तरदायी होने के साथ-साथ अप्रत्यक्ष रूप से जनता के प्रति भी उत्तरदायी होती है। इस उत्तरदायित्व के अनुसरण में विधानसभा; मन्त्रिपरिषद् पर अपना प्रभावकारी नियन्त्रण स्थापित करती है। विधानसभा; मन्त्रिपरिषद् पर निम्नलिखित तरीकों के आधार पर नियन्त्रण रखती है –
⦁ मंत्रियों से उनके विभाग सम्बन्धी प्रश्न तथा पूरक-प्रश्न पूछकर।
⦁ मंत्रिमण्डल के विरुद्ध निन्दा प्रस्ताव पारित करके।
⦁ स्थगन प्रस्ताव के आधार पर।
⦁ काम रोको प्रस्ताव द्वारा।
⦁ अविश्वास प्रस्ताव द्वारा।