दिए गए तालिका’और चित्र भारत में निर्धनता प्रवृत्तियों के ग्रामीण-शहरी परिदृश्य को प्रस्तुत करते हैं। ग्रामीण क्षेत्र में पायी जाने वाली निर्धनता शहरी निर्धनता की तुलना में अभी भी अधिक है।
तालिका : गरीबी की जनगणना का अनुपात-ग्रामीण, शहरी व कुल (प्रतिशत में)

इन आँकड़ों से निम्नलिखित निष्कर्ष निकालते हैं
⦁ ग्रामीण निर्धनता 1972-73 ई० में 54% से घटकर 1999- 2000 में 27.09% हो गई थी।
⦁ शहरी निर्धनता भी 1972-73 ई० में 42% से गिरकर 23.62% हो गई थी।
⦁ गाँवों में गरीबी का स्तर शहरों से ज्यादा है।
⦁ 1993-94 ई० तथा 1999-2000 ई० में गरीबी के स्तर में सराहनीय,कमी आई।
