समाजशास्त्र तथा सामाजिक मानवशास्त्र में सहभागी अवलोकन (प्रेक्षण) एक लोकप्रिय पद्धति है जिसके द्वारा उस समाज, संस्कृति तथा उन लोगों के बारे में सीखने का प्रयास किया जाता है। जिनका कि अनुसंधानकर्ता अध्ययन कर रहा होता है। सहभागी अवलोकन के दौरान अनुसंधान के विषय के साथ लंबी अवधि की अंतक्रिया सम्मिलित होती है। अनुसंधानकर्ता कई महीने या लगभग एक वर्ष तक उन लोगों के बीच उनकी तरह बनकर रहता है जिनका वह अध्ययन कर रहा होता है। इस अवधि में वह उनका विश्वास प्राप्त करने का प्रयास करता है ताकि उसे ‘बाहरी व्यक्ति’ न माना जाए। यदि अध्ययन कर रहे लोगों को अनुसंधानकर्ता पर पूर्ण विश्वास न हो तो वे उसे सही सूचनाएँ प्रदान नहीं करते हैं। सहभागी अवलोकन का लक्ष्य समुदाय के जीने के संपूर्ण तरीके सीखना होता है। सहभागी अवलोकन को क्षेत्रीय कार्य भी कहा जाता है।