निम्नलिखित वाक्यों में रिक्त स्थानों की पूर्ति उचित शब्दों द्वारा कीजिए –
⦁ संवेग मूल रूप से जटिल, भावात्मक और ……………………. प्रक्रिया है।
⦁ प्रबल संवेगावस्था में व्यक्ति का मनोशारीरिक सन्तुलन ……………………. जाता है।
⦁ प्रत्येक संवेग की उत्पत्ति के पीछे कोई-न-कोई ……………………. कारण निहित होता है।
⦁ संवेगावस्था में अनिवार्य रूप से कुछ ……………………. परिवर्तन दृष्टिगोचर होते हैं।
⦁ प्रबल संवेगावस्था का व्यक्ति की चिन्तन क्षमता पर ……………………. प्रभाव पड़ता है।
⦁ युद्धभूमि में राष्ट्र के लिए प्राण न्योछावर करने वाला देशभक्त सिपाही बुद्धि ……………………. से नहीं से प्रेरित होता है।
⦁ संवेग जटिल तथा व्यापक होते हैं तथा भाव ……………………. होते हैं।
⦁ सरल संवेगावस्था ……………………. में प्रकट होता है।
⦁ जटिल संवेगावस्था में ……………………. संवेग मिश्रित रहते हैं।
⦁ क्रोध तथा भय अपने आप में ……………………. संवेग हैं।
⦁ प्रेम तथा घृणा अपने आप में ……………………. संवेग हैं।
⦁ संवेगावस्था में प्रकट होने वाला मुख्य बाहरी शारीरिक परिवर्तन है ……………………. में परिवर्तन।
⦁ प्रबल संवेगावस्था में हृदय की गति तथा रक्तचाप में ……………………. |
⦁ उद्दीपक के प्रत्यक्षीकरण के पश्चात् पहले शारीरिक परिवर्तन होते हैं और इसके बाद संवेग की अनुभूति। यह ……………………. का मत है।
⦁ ……………………. ने संवेग के हाइपोथैलेमस सिद्धान्त का प्रतिपादित किया।
⦁ संवेग के विषय में कैनन-बार्ड द्वारा प्रतिपादित सिद्धान्त को ……………………. जाता है।
⦁ संवेगों के अति अवदमन का व्यक्ति के व्यक्तित्व पर ……………………. प्रभाव पड़ता है।
⦁ संवेगों के रेचन तथा मार्गान्तरीकरण द्वारा उन्हें ……………………. किया जा सकता है।