बहुलांक के मुख्य दोष निम्नलिखित हैं –
⦁ समान आवृत्तियाँ होने पर इसका निर्धारण कठिन हो जाता है।
⦁ सीमान्त मूल्यों की अवहेलना होती है।
⦁ बीजगणितीय विश्लेषण सम्भव नहीं है।
⦁ श्रेणी के सभी पदों पर आधारित नहीं होता है।
⦁ श्रेणी में कभी-कभी बहुलांक भ्रमात्मक होता है।