विक्रय विवरण अधिकांश व्यापारी अपने माल की बिक्री बढ़ाने के उद्देश्य से अलग-अलग स्थानों पर अपना एक-एक एजेण्ट नियुक्त कर देते हैं। इन एजेण्टों को व्यापारी विक्रय किए जाने वाले माल पर कमीशन देते हैं। एजेण्ट विक्रय किए गए माल का विवरण अपने प्रधान या व्यापारी के पास भेजता है। इसी विवरण को विक्रय विवरण के नाम से जाना जाता है। यह एजेण्ट के द्वारा बनाया जाता है।
इसमें निम्नलिखित सूचनाओं का उल्लेख रहता है–
⦁ बिके माल का पूरा विवरण।
⦁ प्रधान को देय शुद्ध राशि।
⦁ ‘भूल-चूक लेन-देनी’ शब्द का उल्लेख।
⦁ ग्राहकों को दिया गया व्यापारिक बट्टा।
⦁ माल बेचने वाले एजेण्ट का नाम व पता।
⦁ एजेण्ट का कमीशन व परिशोध कमीशन।
⦁ विक्रय विवरण बनाए जाने की तिथि।
⦁ एजेण्ट के हस्ताक्षर।
⦁ धनराशि भेजने का ढंग।
⦁ माल भेजने वाले का नाम।
विक्रय विवरण बनाने के उद्देश्य विक्रय विवरण निम्न उद्देश्यों के लिए बनाया जाता है-
⦁ व्यापारी को एजेण्ट के द्वारा माल से सम्बन्धित किए गए व्ययों का ज्ञान होता है।
⦁ इस विवरण से व्यापारी को एजेण्ट द्वारा विक्रय किए गए माल के सम्बन्ध में जानकारी प्राप्त हो जाती है।
⦁ इससे व्यापारी को माल से सम्बन्धित बाजार मूल्य की जानकारी मिल जाती है।
⦁ व्यापारी को एजेण्ट के पास शेष माल के सम्बन्ध में जानकारी प्राप्त होती है।
⦁ व्यापारी की पुस्तकों में लेखा इसी विवरण के आधार पर किया जाता है।
काल्पनिक मदों से विक्रय विवरण का नमूना
विक्रय विवरण
तार का पता: ‘अग्रवाल’ अग्रवाल एण्ड सन्स, काशीपुर
दूरभाष : 4253901
मैसर्स फैन्सी क्लॉथ भण्डार, मुरादाबाद से प्राप्त तथा उनके जोखिम तथा हिसाब पर बेचे गए माल का विक्रय विवरण

भूल-चूक लेन-देनी वास्ते अग्रवाल एण्ड सन्स
दिनांकः 15 मार्च, 2015 आलोक अग्रवाल (साझेदार