विश्राम एवं निद्रा की आवश्यकता व्यक्तिगत स्वास्थ्य के लिए व्यायाम एवं शारीरिक श्रम के साथ-साथ विश्राम भी नितान्त आवश्यक होता है। वास्तव में हम जो भी शारीरिक अथवा मानसिक कार्य करते हैं, उससे हमारे शरीर में थकान आ जाती है। यह थकान क्या है? वास्तव में शारीरिक परिश्रम करते समय हमारे शरीर में अनेक विषैले तत्त्व एकत्र हो जाते हैं। ये तत्त्व ही हमारी माँसपेशियों को थकाते हैं। इसके अतिरिक्त कार्य करते समय हमारे शरीर के ऊतक अधिक टूटते-फूटते रहते हैं। कार्य के दौरान इनकी मरम्मत नहीं हो पाती, अतः शरीर के उत्तम स्वास्थ्य के लिए इन ऊतकों की मरम्मत तथा विषैले तत्त्वों का बाहर निकलना अनिवार्य होता है। इस उद्देश्य के लिए विश्राम अति आवश्यक है। विश्राम का सर्वोत्तम उपाय है-निद्रा।
विश्राम एवं निद्रा के नियम
अनियमित विश्राम एवं निद्रा स्वास्थ्य के लिए हानिकारक सिद्ध होते हैं। विश्राम व निद्रा के सामान्य नियम निम्नलिखित हैं
- अधिक शारीरिक श्रम अथवा मानसिक कार्य के फलस्वरूप होने वाली थकान को दूर करने के लिए विश्राम तथा निद्रा ही एकमात्र विकल्प है।
- दोपहर के खाने के पश्चात् कुछ समय के लिए विश्राम करना स्वास्थ्य के लिए हितकर रहता है।
- रात्रि भोजन के लगभग एक घण्टे के पश्चात् सोना चाहिए।
- सोने का बिस्तर स्वच्छ एवं कोमल होना चाहिए।
- सदैव खुले स्थान में सोना चाहिए अथवा सोते समय सोने के कमरे के दरवाजे, खिड़कियाँ व रोशनदान खुले रखने चाहिए।
- (सोने से पूर्व ऋतु के अनुकूल ठण्डे अथवा गर्म जल से मुँह, हाथ व पैर धो लेने चाहिए।
- सदैव ढीले-ढाले सूती वस्त्र पहनकर सोना चाहिए।
नींद का महत्त्व
विश्राम का सबसे उत्तम उपाय नींद है। नींद व्यक्ति के लिए वरदान है। निद्रा के समय हमारे शरीर में कार्य के परिणामस्वरूप हुई टूट-फूट ठीक हो जाती है तथा हमारा शरीर नई ऊर्जा एवं स्फूर्ति अर्जित कर लेता है। पर्याप्त नींद ले लेने से व्यक्ति एकदम तरो-ताजा एवं स्वस्थ हो जाता है। नींद के समय हमारे शरीर के सभी अंगों को विश्राम मिलता है। नींद के समय हमारी नाड़ी एवं श्वास की गति भी कुछ मन्द हो जाती है तथा रक्तचाप भी घट जाता है, अतः सम्बन्धित अंगों को भी विश्राम मिल जाता है। यदि किसी व्यक्ति को पर्याप्त नींद नहीं आती है, तो उसका जीवन कठिनाइयों से भर जाता है। नींद के अभाव में व्यक्ति दुर्बल हो जाता है, स्वभाव में चिड़चिड़ापन आ जाता है तथा चेहरे पर उदासी छा जाती है। इस प्रकार स्पष्ट है कि स्वस्थ व्यक्ति के लिए पर्याप्त शान्त नींद अति आवश्यक एवं महत्त्वपूर्ण है।