भारत के पूर्वी तट के डेल्टाई क्षेत्र में अक्सर चक्रवात आते हैं। ऐसा इस कारण होता है क्योंकि अण्डमान सागर में उत्पन्न होने वाला चक्रवातीय दबाव मानसून एवं अक्टूबर-नवम्बर के दौरान उपोष्ण कटिबंधीय जेट धाराओं द्वारा देश के आंतरिक भागों की ओर स्थानान्तरित कर दिया जाता है। ये चक्रवात बड़े क्षेत्र में भारी वर्षा करते हैं। ये उष्णकटिबंधीय चक्रवात प्रायः विनाशकारी होते हैं। कृष्णा, गोदावरी, कावेरी नदियों के डेल्टा प्रदेशों में प्रायः चक्रवात आते रहते हैं, जिसके कारण बड़े पैमाने पर धन-जन की हानि होती है। ये चक्रवात कभी-कभी ओडिशा एवं पश्चिम बंगाल के तटीय क्षेत्रों में भी पहुँच जाते हैं। इन्हीं चक्रवातों के अवदाबों के चलते कोरोमण्डल तट पर अधिकांश वर्षा होती है।