(अ) पुरातत्ववेत्ता – पुरातत्ववेत्ता सावधानी से जमीन की देख-रेख और समझ के आधार पर खुदाई कराते हैं। खुदाई से प्राप्त छोटी वस्तुओं से वे लिखित दस्तावेज तैयार करते हैं। इन्हीं वस्तुओं के आधार पर हमें अतीत की जानकारी प्राप्त होती है।
(ब) इतिहासकार – इतिहासकार अतीत से प्राप्त तथ्यों और साक्ष्यों के आधार पर बीते समय की जानकारी। देते हैं। वे कृषि, पशुपालन, व्यापार, नाप-तोल, लेन-देन आदि के आधार पर आर्थिक स्थिति का चित्रण करते हैं। जाति-पाति, घर-परिवार, स्त्रियों की दशा, शिक्षा, खान-पान, वेशभूषा, मनोरंजन, त्योहार व मेले आदि से सामाजिक स्थिति का चित्रण करते हैं इसी प्रकार राजनैतिक, धार्मिक व सांस्कृतिक स्थिति का भी चित्रण करते हैं।