मोहम्मद साहब ने लोगों को एक ईश्वर को मानने और उसकी इबादत करने को कहा। इन्होंने सबको समान बताया, किसी को ऊँचा-नीचा नहीं। इन्होंने ईमानदारी व परिश्रम से कमाई रोजी को पवित्र बताया। लोगों को आय का एक भाग दान देने को कहा। जीवों, पड़ोसियों के प्रति दयालु रहने, अच्छे काम करने और नेकी के रास्ते पर चलने को कहा। उनके उपदेश पवित्र धर्म ग्रंथ (कुरान) में संकलित हैं।