जल संसाधन की सुरक्षा और व्यवस्थापन के लिए निम्नलिखित मुद्दे ध्यान में रखने चाहिए :
- बाग-बगीचों, वाहनों, शौचालयों तथा वॉश-बेसीनों में मितव्ययीतापूर्ण पानी का उपयोग करना चाहिए ।
- लोक जागृति पैदा करके तथा जल-संरक्षण और उसके कुशल व्यवस्थापन संबंधी प्रत्येक प्रवृत्ति में लोक भागीदारी बढ़ानी चाहिए ।
- उपयोग में लिए गये पानी का संभव हो तो पुन: उपयोग करना चाहिए ।
- जलाशयों को प्रदूषण से बचाना चाहिए । जलस्राव की सभी इकाइयों जैसे कि कुवा, ट्युबवेल, खेत तलावड़ी आदि का उपयोग बढ़ाना ।
- भूमि जल का उपयोग करनेवाली इकाईयों की देखभाल करनी चाहिए ।
- जल संचयन स्थलों की देखरेख करना, उनकी दुर्दशा सुधारना, जल प्रदूषण को रोकना तथा पानी के पाईपों की तुरंत मरम्मत करना ।
- संभव हो तो पानी का रीसाईकलिंग करना ।
- वर्षा के जल का संग्रह करना ।
- भूमिगत जलस्तर बढ़ाना ।
- नदी – नालों के बहते पानी को रोककर छोटे-बड़े बांध बनाना ।