गुजरात में परंपरागत रूप से तथा धार्मिक, सामाजिक महत्त्व बतानेवाले निम्नलिखित मेलों का आयोजन किया जाता है ।
- मोढ़ेरा का मेला (मोढ़ेरा – महेसाणा) श्रावण वद अमावस्या को आयोजित किया जाता है ।
- बहुचराजी का मेला (बहुचराजी – पाटण) चैत्र सुद पूनम के दिन आयोजित होता है ।
- शामलाजी का कालिया ठाकोर का मेला (शामलाजी – अरावली) कार्तिक सुद ग्यारस से अमावस्य तक आयोजित होता है ।
- भादरवी पूनम का मेला (अंबाजी – बनासकांठा में) भादरवा सुद पूनम को आयोजित होता है ।
- भवनाथ मेला (गिरनार – जूनागढ़) महावद नवमी से बारस तक आयोजित होता है ।
- तरणेतर मेला (तरणेतर – सुरेन्द्रनगर में) भादरवी सुद 4 से 6 तक आयोजित होता है ।
- भडीयाद का मेला (भडीयाद – अहमदाबाद) नवमी से ग्यारस तक ।
- नकडंग का मेला (भावनगर) भादरवा वद अमावस्या को आयोजित होता है ।
- माधवपुर का मेला (माधवपुर – पोरबंदर) चैत्र सुद 9 से 13 तक होता है ।
- वौठा का मेला (धोलका – अहमदाबाद में) कार्तिक सुद पूनम को आयोजित होता है ।
- मीरादातार का मेला (उनावा – ऊँझा) में आयोजित होता है ।
- डांग दरबार का मेला (आहवा-डांग में) फाल्गुन की पूनम को आयोजित होता है ।
- गोल गधेड़ा का मेला (गरबाड़ा – दाहोद में) होली के 5 वे और 7वे दिन आयोजित होता है ।
- कार्तिक पूर्णिमा का मेला (सोमनाथ – गिर में) फाल्गुन सुद पूनम के दिन आयोजित होता है ।
- भांगुरिया का मेला (छोटा उदयपुर और कवांट) में होली से रंगपांचम तक आयोजित होता है ।