बाजार संचालन का अर्थ (Meaning of Marketing Management) : माल या सेवा को उत्पादक के पास से ग्राहकों तक पहुँचाने की प्रक्रिया को विस्तृत अर्थ में बाजार संचालन कहते हैं ।
(1) कार्य (Function) : उत्पाद अथवा उत्पाद मिश्रण : नवीन उत्पाद का उत्पादन करना अथवा चालू उत्पादों के विकास के निर्णय में उत्पाद का रुप, रंग, कद, आकार, वजन, छाप, पैकिंग, कार्य सम्बन्धी विश्वास (गारन्टी), विक्रय पश्चात की सेवाएँ तथा उत्पाद । वैविध्यकरण का समावेश होता है ।
(2) कीमत : इकाई के वर्तमान ग्राहक योग्य गुणवत्तावाली वस्तुयें उचित मूल्य पर प्राप्त हो ऐसी अपेक्षा रखते है । जिससे उत्पादन का मूल्य तय करते समय काफी सावधानी रखनी चाहिए । मूल्य सम्बन्धी निर्णयों में विक्रय नीति, शान नीति, बट्टा के बारे में नीति, थोकबंद अथवा फुटकर विक्रय, मध्यस्थियों का कमीशन आदि बातों को ध्यान में लिया जाता है ।
(3) वितरण : वितरण के निर्णयों में स्वयं की दुकानों द्वारा विक्रय, थोकबंद व्यापारियों द्वारा, फुटकर व्यापारियों द्वारा, एजेण्ट, वाहन व्यवहार के प्रश्नों आदि बातों को ध्यान में लिया जाता है । वितरण की बात धन्धे के कद तथा विस्तार के साथ जुड़ा हुआ है ।
(4) अभिवृद्धि : अभिवृद्धि अर्थात् विक्रय में महत्त्वपूर्ण वृद्धि करने के प्रयत्न । जिसमें माल का विज्ञापन करना, प्रसिद्धि करना, विक्रेता आ द्वारा व्यक्तिगत विक्रय करना तथा विक्रय वृद्धि के लिए ग्राहक और व्यापारियों को आकर्षित करना आदि बातों का समावेश होता है । अभिवृद्धि सम्बन्धी निर्णयों के कारण कई तरह के खर्च होते है परन्तु उनके सामने विक्रय बढ़ने से इकाई के लाभ में वृद्धि होती है ।