किसी भी इकाई में संचालन का प्रारंभ करने के बाद अंत आता नहीं है या उसे रोका नहीं जा सकता । संचालन यह उद्देश्यलक्षी प्रक्रिया है परंतु इकाई के निश्चित किये गये उद्देश्य सिद्ध होने पर प्रक्रिया रूकती नहीं है । नये उद्देश्य और नये लक्ष्यांक संचालक द्वारा निश्चित किये जाते है । और उसे सिद्ध करने के लिए विविध प्रवृत्ति और प्रक्रियाएँ की जाती हैं । इस प्रकार, संचालन में उद्देश्य निश्चित करना, उद्देश्य सिद्ध करना और फिर से उद्देश्य निश्चित करने का चक्र सतत चलता रहता है । इस प्रकार संचालन सतत चलने वाली प्रक्रिया है ।