पूँजी बाजार (Capital Market) : औद्योगिक साहसों के लिए दीर्घकालीन पूँजी कोष का प्राप्ति स्थान है । पूँजी बाजार समाज की बचत को गतिशील रखकर आर्थिक विकास में सहायक बनता है ।
लक्षण/विशेषताएँ (Characteristics) :पूँजी बाजार के लक्षण निम्न है :
- दीर्घकालीन पूँजी प्राप्ति का एक बाजार है ।
- पूँजी बाजार के साधनों में सरकारी प्रतिभूतियाँ, ऋण के साधन, औद्योगिक साहसों की प्रतिभूतियाँ जैसे कि शेयर, डिबेन्चर आदि का समावेश होता है ।
- पूँजी बाजार को दो भागों में विभाजित किया गया है ।
(A) प्राथमिक बाजार
(B) गौण/सहायक बाजार
- कोष का दीर्घकालीन जामिनगिरीयों में निवेश होता है ।
- पूँजी बाजार पर अपने देश में सेबी का नियंत्रण होता है ।
- वित्तीय सम्पत्तियों को (प्रतिभूतियों) तरलता प्रदान करती है ।
- जामिनगिरीयाँ/प्रतिभूतियाँ जैसे कि शेयर, ऋण-पत्र की मालिकी में परिवर्तन (Transfer) होता है ।