हरी सब्जियाँ, पके फल, अंडे, मांस, मछली, दूध एवं दूध की अन्य बनावटें अति नाशवान वस्तुएँ हैं । इन नाशवान वस्तुओं की कीमत में कमी होने पर भी पूर्ति में कमी नहीं आती । नाशवान वस्तुओं का संग्रह नहीं किया जा सकता । यदि इनका संग्रह किया जाए तो या तो बिगड़ जाती हैं या तो सड़ जाती है । अतः उसमें से प्राप्त होनेवाले सीमांत तुष्टिगुण का नाश होता है । अतः नाशवान वस्तुओं की कीमत कम होने पर भी उनकी पूर्ति में कमी नहीं आती । इसे पूर्ति के नियम के अपवाद के रूप में भी जाना जाता है ।