इस एकांकी में हमें जयदेव पात्र सबसे अच्छा लगा क्योंकि यह पात्र सभी पात्रों में श्रेष्ठ एवं प्रधान है। संपूर्ण एकांकी इस पात्र पर आधारित है। यह एकांकी का केंद्र बिंदु है। यह बागाह बॉर्डर पर डी०एस०पी० के पद पर नियुक्त है। यह बहुत निडर, साहसी एवं वीर है। यह एक कर्तव्यपरायण सैनिक है। इसमें त्याग भावना, राष्ट्र भक्ति एवं नि:स्वार्थ भावना कूट-कूट कर भरी हुई है। इसमें परोपकार की भावना का संचार है।