यदि मुझे मेले में अपनी दादी के लिए कुछ खरीदना हो तो मैं चश्मा रखने का बॉक्स खरीदूंगा। दादी ने कुछ दिन पहले ही नया चश्मा बनवाया है। चश्मे के साथ बॉक्स मिला था, पर एक दिन बॉक्स दादी के हाथ से गिरकर टूट गया। अब दादी अपना चश्मा सुरक्षित रखने के लिए बहुत चिंतित रहती थी। पिताजी से कई बार बॉक्स लाने के लिए वे कह चुकी थी, पर वे भूल जाते या व्यस्तता के कारण नहीं ला पाते। इसलिए मेले में यदि अच्छा बॉक्स (चश्माघर) मिलेगा तो मैं सबसे पहले वही खरीदूंगा। अपनी जरूरत की चीज पाकर दादी बेहद खुश होंगी और मुझे दिल खोलकर आशीर्वाद देंगी।