1. मानसून पवनें लगभग कर्क रेखा व मकर रेखा के बीच के क्षेत्रों में चलती है।
2. उष्णपूर्ति जेट स्ट्रीम तथा पश्चिमी जेट स्ट्रीम भी देश के मानसून को प्रभावित करती है।
3. गर्मियों में सूर्य के उत्तर की तरफ सरकने के साथ वायु दबाव पेटी भी उत्तर की तरफ चली जाती है तथा स्थिति मानसून पवनों के चलने के लिए बढ़िया हो जाती है।