अलाउद्दीन खिलजी खिलजी वंश का सबसे प्रसिद्ध शासक था। उसने 1296 ई० से 1316 ई० तक शासन किया। वह एक आशावादी शासक था। वह भारत में एक साम्राज्य स्थापित करना चाहता था।
विजयें-
(1) 1299 ई० में अलाउद्दीन ने गुजरात पर जीत प्राप्त की।
(2) 1301 ई० में उसने रणथम्भौर पर अधिकार कर लिया।
(3) 1303 ई० में उसने चित्तौड़ पर अधिकार कर लिया।
(4) इसके बाद उसने अपने सेनापति मलिक काफूर के नेतृत्व में एक बड़ी सेना दक्षिण भारत में भेजी। मलिक काफूर ने देवगिरि, वारंगल, द्वारसमुद्र और मदुरै के क्षेत्रों पर अधिकार कर लिया। परन्तु अलाउद्दीन खिलजी ने इन क्षेत्रों को दिल्ली सल्तनत में शामिल नहीं किया।
अलाउद्दीन खिलजी के सुधार
1. आर्थिक सुधार- अलाउद्दीन खिलजी ने सभी आवश्यक वस्तुओं के मूल्य बहुत कम कर दिए। मूल्यों पर नियन्त्रण रखने के लिए उसने मण्डी-अधिकारियों को नियुक्त किया। जो दुकानदार नियमों का उल्लंघन करता था, उसे कठोर दण्ड दिया जाता था।
2. सैनिक सुधार- अलाउद्दीन खिलजी ने सैनिकों का हुलिया लिखने और घोड़ों को दागने की प्रथा आरम्भ की। उसने सैनिकों को नकद वेतन देना आरम्भ किया। उसने साम्राज्य के भिन्न-भिन्न क्षेत्रों में गुप्तचरों को भी नियुक्त किया।