उकता जाना (तंग होना) – मनजीत की फालतू बातें सुन-सुनकर सिमरन उकता गई।
हाथ पसारना (मांगना) – कौशल्या के पास इतना कुछ है फिर भी भाई के आगे हमेशा हाथ पसारती रहती है।
अक्ल घास चरने जाना (समझ नहीं आना) – हरदीप को चाहे कितना समझा लो, वह नहीं समझेगा क्योंकि उसकी तो अक्ल घास चरने गई है।
टेढ़ी खीर होना (बहुत कठिन कार्य) – एवरेस्ट की चोटी पर चढ़ना कोई बच्चों का खेल नहीं, टेढी खीर है।
कान पर जूं न रेंगना (कोई असर न होना) – रेहाना को कितना भी डाँट लो उस के तो कान पर जूं भी नहीं रेंगती।
आँखें तरेरना (क्रोध से देखना) – कक्षा में शोर सुन कर जैसे ही अध्यापक ने आँखें तरेरी कि कक्षा में सन्नाटा छा गया।
दुम दबा कर भागना (चुपचाप चले जाना) – मुख्याध्यापक को आते देखकर राम और श्याम आपस में लड़ना छोड़ दुम दबा कर भाग गए।
हवा से बातें करना (तेज़ भागना) – राणा प्रताप का घोड़ा चेतक संकेत मिलते ही हवा से बातें करने लगता था।
चेहरे पर चमक आना (प्रसन्न होना)-अपने नाम लॉटरी निकलने का समाचार सुनते ही सुरेन्द्र के चेहरे पर चमक आ गई।