उत्तरी महाराष्ट्र तथा बरार (विदर्भ) में सातवाहनों के पतन के पश्चात् वाकाटकों ने एक शक्तिशाली राज्य की नींव रखने का यत्न किया लेकिन वे अपने प्रयत्नों में सफल न हो सके। फिर चालुक्य वंश ने छठी शताब्दी के आरम्भ में दक्षिण भारत के पश्चिम में अपना राज्य स्थापित कर लिया। इस वंश की राजधानी वातापी थी। इस वंश की स्थापना का श्रेय पुलकेशिन प्रथम को प्राप्त था।