पुष्प के जनन अंग-
1. पुंकेसर – इसमें एक लंबा तंतु और एक परागकोष होता है। परागकोष में परागकण होते हैं। परागकण नर युग्मक बनाते हैं
2. स्त्रीकेसर – इसमें तीन भाग होते हैं। वर्तिकाग्र, वर्तिका, अंडाशय।
वर्तिकाग्र सबसे ऊपर वाला भाग, वर्तिका एक सीधी नली जैसा भाग है और अंडाशय सबसे नीचे वाला फूला हुआ भाग है। बीजांड अंडाशय में होते हैं। बीजांड से मादा युग्मक बनते हैं।
