परीक्षार्थ संकरण (test cross) द्वारा यह पता लगाया जा सकता है कि कोई पौधा समयुग्मजी (शुद्ध) प्रभावी है या विषम युग्मज (संकर) प्रभावी। (अप्रभावी) रंग के पुष्प से संकरित कराने पर बनने वाली संतति यह निर्धारित कर देती है कि पौधा शुद्ध है या संकर। अगर बैंगनी पुष्प वाला पौधा समयुग्मजी (PP) है तब इसे सफेद (pp) से क्रास कराने पर सभी बैंगनी पुष्प वाले पौधे (Pp) संकर, बनेंगे।

पौधे अगर संकर (विषमयुग्मजी) हैं तो F1 पीढ़ी में 50% बैंगनी (संकर) व 50% सफेद पुष्प बनेंगे।