जल की कमी की समस्या ग्रामीण क्षेत्रों की अपेक्षा शहरी क्षेत्रों में अधिक है। शहरी क्षेत्रों में गुणात्मक एवं मात्रात्मक दोनों रूपों में जल दुर्लभता महसूस की जा रही है, जिसके निम्नलिखित कारण हैं –
- अधिक जनसंख्या वाले कई शहरी केन्द्रों के निर्माण के कारण जल एवं ऊर्जा की माँग में लगातार वृद्धि हो रही है।
- शहरी जीवन शैली के कारण जल और ऊर्जा की आवश्यकता में वृद्धि हुई है।
- शहरी आवास समितियों एवं कॉलोनियों के पास अपनी जल सम्बन्धी आवश्यकताओं की पूर्ति के लिए भूमिगत जल को बाहर निकालने वाली अपनी-अपनी युक्तियाँ हैं। इस कारण जल संसाधनों का अत्यधिक दोहन हो रहा है।
- कई बार जल की खराब गुणवत्ता भी इसकी कमी का कारण बन जाती है। घरेलू एवं औद्योगिक अपशिष्टों, रसायनों, कीटनाशकों एवं कृषि में प्रयुक्त होने वाले उर्वरकों के कारण जल प्रदूषित होता है एवं उसकी गुणवत्ता खत्म हो जाती है।