रामवृक्ष बेनीपुरी का जन्म सन् 1899 में बिहार प्रदेश के मुजफ्फरपुर जिले के बेनीपुर नामक ग्राम में हुआ था।
नियमित शिक्षा न हो पाने के कारण अपने स्वाध्याय के बल पर ही उन्होंने हिन्दी – साहित्य – सम्मेलन की ‘विशारद’ परीक्षा उत्तीर्ण की। अपनी साहित्यिक प्रतिभा का प्रयोग भी बेनीपुरीजी ने स्वतन्त्रता की आराधना में ही किया। सन् 1968 में इस साधक ने अपनी सशक्त लेखनी माँ शारदा के चरणों में समर्पित कर संसार से विदा ले ली।
रचनाएँ –
- निबन्ध – संग्रह – ‘गेहूँ और गुलाब’, ‘वन्देवाणी विनायकौ’, ‘मशाल’ आदि।
- रेखाचित्र – ‘माटी की मूरतें’, ‘लाल तारा’, ‘बालगोबिन भगत’ आदि।
- संस्मरण – ‘मील के पत्थर’, ‘जंजीरें .और दीवारें’।