बिस्मिल्ला खाँ महान कलाकार होते हए भी अपनी वेश-भूषा के प्रति लापरवाह रहते थे। वह फटी लुंगी पहने ही आगंतुकों से मिला करते थे। उनकी एक शिष्या को इस बात पर बड़ी ठेस लगती थी। एक दिन उससे नहीं रहा गया तो उसने उन्हें टोक दिया। उन्हें ‘भारतरत्न’ जैसा सर्वोच्च सम्मान प्राप्त हो चुका है। अतः फटी लुंगी पहने लोगों से मिलना उनके स्तर वाले व्यक्ति को शोभा नहीं देता।