I. किशोरों के कैरियर चुनाव पर विद्यालय का प्रभाव (Effect of school on adolescent’s career selection):
किशोरों के कैरियर चुनाव पर विद्यालय का महत्त्वपूर्ण प्रभाव पड़ता है, जिसे हम निम्न बिन्दुओं में समझ सकते हैं –
- किशोरों के कैरियर के चुनाव में विद्यालय से प्राप्त होने वाले अच्छे-बुरे अनुभवों का प्रभाव पड़ता है।
- विद्यालय का वातावरण शिक्षक बच्चों की रुचियों, क्षमताओं, व्यक्तिगत विशेषताओं को परख कर उनका विकास तथा दृढ़ इच्छाशक्ति उत्पन्न कर उज्ज्वल भविष्य निर्माण में सहायक होता है।
- कुछ विद्यालयों में छात्रों को व्यवसाय चयन में मदद करने हेतु व्यावसायिक शिक्षण (Professional education) तथा कार्यशालाओं (Workshops) का आयोजन किया जाता है। यही व्यावसायिक प्रशिक्षण सही कैरियर चुनने में महत्त्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं।
- किसी – किसी विद्यालय में कैरियर सलाहकार (Career counsellors) नियुक्त होते हैं जो छात्र – छात्राओं को उनकी रुचियों, अभिवृत्तियों व क्षमताओं से अवगत कराकर उन्हें उपयुक्त कैरियर चुनने में मार्गदर्शन करते हैं।
II. किशोरों के कैरियर चुनाव पर माता – पिता का प्रभाव (Effect of parents on adolescent’s career selection):
माता – पिता का बच्चों के कैरियर चुनाव पर महत्त्वपूर्ण प्रभाव पड़ता है, जो निम्न प्रकार है –
- अधिकांशतः यह प्रभाव वंशानुगत होता है तथा किशोर अपने माता – पिता के व्यवसाय का ही चयन करते हैं।
- माता – पिता द्वारा बच्चों के पालन – पोषण में दिया गया सहयोगात्मक वातावरण; जैसे – बच्चों की रुचियों को जानकर उन्हें प्रोत्साहित करना, खेल अथवा व्यावसायिक प्रशिक्षण उनमें किसी व्यवसाय विशेष के प्रति रुचि जाग्रत करता है।
- माता – पिता का समाज में प्रतिष्ठित व्यवसाय उदाहरणार्थ – सरकारी अधिकारी, प्रिंसीपल, प्रतिष्ठित व्यवसायी इत्यादि किशोरों के लिए आदर्श स्थापित करता है।
- जो माता – पिता उच्च शिक्षित होते हैं उनके घर के वातावरण द्वारा भी किशोरों में शैक्षणिक रुचियों तथा दृष्टिकोण का विकास होता है।